➤ शिमला और कुल्लू में बादल फटने से तबाही, पुल और घर बहे
➤ मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट, 10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
➤ 241 मौतें, 2,031 करोड़ का अब तक का नुकसान
पराक्रम चंद, शिमला
हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को मौसम विभाग के ऑरेंज अलर्ट के बीच कुल्लू जिले की पहाड़ियों में बादल फटने और शिमला जिले के रामपुर उपमंडल की गानवी खड्ड के उफान पर आने से हालात बिगड़ गए। नानंटी और गानवी इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए, जहां तेज बहाव में दो पुल बह गए और गानवी पुलिस चौकी मलबे में दब गई। कई दुकानें और घर बाढ़ में बह गए या क्षतिग्रस्त हो गए।
जिला प्रशासन ने खतरे को देखते हुए खड्ड किनारे के सभी घर खाली करवा लिए हैं। बाढ़ के कारण एक एचआरटीसी बस और 108 एंबुलेंस गानवी खड्ड के दूसरे किनारे फंस गईं। राहत की बात है कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है।
मौसम का यह कहर जून 20 से शुरू हुआ था और तब से अब तक 241 लोग अपनी जान गंवा चुके, 36 लोग लापता हैं और 326 घायल हुए हैं। 2,205 घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जिनमें 523 पूरी तरह ढह गए हैं। 312 दुकानें और 2,043 पशुशालाएं नष्ट हुई हैं। अकेले मंडी जिले में 1,212 घरों को नुकसान पहुंचा है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक 2,031 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जिसमें लोक निर्माण विभाग को 1,086 करोड़ और जलशक्ति विभाग को 691 करोड़ रुपये का भारी घाटा झेलना पड़ा है। बरसात के दौरान अब तक 57 भूस्खलन, 63 बाढ़ और 31 बादल फटने की घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं।
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण 323 सड़कें अभी भी बंद हैं, जिनमें 2 नेशनल हाइवे—305 (कुल्लू के जहेड-खनग) और 505 (लाहौल-स्पीति) शामिल हैं। 70 ट्रांसफार्मर ठप हैं और 130 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने लाहौल-स्पीति और किन्नौर को छोड़कर सभी 10 जिलों में आज रात के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 14 अगस्त को चंबा, कांगड़ा और मंडी में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट रहेगा, जबकि ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कुल्लू, शिमला, सोलन और सिरमौर में येलो अलर्ट लागू रहेगा। 15 से 17 अगस्त तक भी कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।



